

उधम सिंह नगर। बाज़पुर में कांग्रेस के दो गुटों में हुए बवाल को लेकर वार पलटवार की राजनीति शुरू हो चुकी है। कांग्रेस पूर्व केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के काफ़िले पर हुए हमले को भाजपा की साजिश करार दे रही है तो वहीं भाजपा इसे कांग्रेस की कलह बता रही है।
बाजपुर में यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य पर हुए हमले को लेकर कांग्रेस ने सीएम धामी के पुतले को दहन किया तो BJP ने प्रेस वार्ता कर हुई इस घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस की आपसी कलह बताया है।
पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर 36 लोगो पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मालूम हो कि शनिवार को पूर्व केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य को बाज़पुर में कांग्रेस पार्टी के सदस्यता अभियान में जाना था,जहां रास्ते मे उनकी गाड़ी पर हमला किया गया।
गौरतलब है कि यशपाल आर्य के कांग्रेस में वापसी करने के बाद कांग्रेस का एक धड़ा लगातार यशपाल आर्य के बाज़पुर से चुनाव लड़ने को लेकर विरोध कर रहा है। कल एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे यशपाल आर्य का विरोध करते हुए कांग्रेस के ही एक गुट ने काले झंडे दिखाये और बात इतनी बढ़ गयी कि नौबत मारपीट तक जा पहुंची थी। उसके बाद पूर्व केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ओर उनके पुत्र पूर्व विधायक संजीव आर्य ने अपने समर्थकों के साथ भारी संख्या में कोतवाली पहुंचकर जम कर वबाल किया और जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा सहित 12 लोगो के खिलाफ नामज़द तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
इसके बाद आज कांग्रेस के दूसरे गुट समर्थक कुलविंदर सिंह किंदा ने पूर्व केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य सहित 24 लोगो के खिलाफ नामजद तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी समीक्षा करने कुमाऊ के डीजीपी नीलेश आनंद भरणे स्वयं बाज़पुर आये और मामले की जानकारी जुटाई।
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश कुमार ने इस पूरे मामले को लेकर एक पत्रकारवार्ता कर घटना को कांग्रेस की आपसी कलह बताते हुए कहा कि ये आपका ही परिवार है, जिन्हें आपने पाला है। ये सब सोची समझी साजिश का हिस्सा है। काँग्रेस परिवार की लड़ाई है और कांग्रेस BJP के मुख्यमंत्री ओर कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे के विरोध में नारे लगवा कर बाज़पुर की जनता का ध्यान आकर्षित करना चाहती हैं। जनता सब जानती है कि ये क्या खेल चल रहा है।






