
कांग्रेस। पंजाब और राजस्थान के बाद कांग्रेस अब छतीसगढ़ में भी परिवर्तन कर सकती है।पंजाब और राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान ने ये बता दिया है कि अब भी वो सर्वोपरि है और जिसे वो चाहेंगे वही सरकार में भागीदारी देगा।
दरअसल पंजाब में लंबी खींचतान के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में मुख्यमंत्री बदलकर खींचतान खत्म करने का प्रयास किया था,तो वही अब राजस्थान में मंत्रिमंडल में बदलाव कर पायलट और गहलोत दोनो गुटों को साधने की कोशिश की है।पंजाब में परिवर्तन के बाद जो हुआ शायद कांग्रेस ने उसकी उम्मीद नही की होगी लेकिन राजस्थान में परिवर्तन के बाद कांग्रेस में सब ठीक होता दिख रहा है और पायलट ने लगभग डेढ़ साल बाद बगावती तेवर नही दिखाए और कांग्रेस में सब ठीक होने की बात कही है।
जाहिर है इन दोनों राज्यो के बाद कांग्रेस आलाकमान की नजर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश भघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.देव के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रही खींचतान खत्म करने पर है।



