

चंपावत। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस(16मार्च) के अवसर पर चम्पावत जिले के जिलाधिकारी विनीत तोमर ने उद्धयन विद्यालय चम्पावत में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर जिलाधिकारी तोमर ने बताया कि भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की शुरुआत साल 1995 से हुई। इस साल 16 मार्च को पहली बार मुंह के माध्यम से पोलियो खुराक दी गई।
साथ ही उन्होंने बताया कि सभी सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों पर आज से 12-14 वर्ष आयु वर्ग के सभी लाभार्थियों के लिए मुफ्त कोविड 19 टीकाकरण शुरुआत हो चुकी हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. के.के.अग्रवाल ने बताया कि टीके लगवाने के दिन अगर बच्चा मामूली रूप से बीमार रहे मसलन सर्दी-जुकाम, दस्त या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हो तब भी उसे समयानुसार टीके लगवाना सुरक्षित है। शिशु को लगने वाला कोई टीका पकता है और किसी को बुखार आता है या दर्द होता है तो ऐसी स्थिति में घबराएं नही। टीबी की बीमारी से बचाने वाला बीसीजी टीका पक भी सकता है। टीका पकना या बुखार आना यह बताता है कि टीके ने अपना काम कर दिया है और अब बच्चा उस बीमारी से बचा रहेगा।उन्होंने बताया कि शून्य से दो साल तक के बच्चों 6 तरह की जानलेवा बीमारियों से टीकों द्वारा बचाव किया जा सकता है।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ इंद्रजीत पांडेय, डॉ मनीष बिष्ट व अन्य चिकित्सीय कर्मचारी समेत स्कूली बच्चे मौजूद रहे।






