कोट केंद्री गांव के गणेशराम का परिवार जंगल के रास्ते शादी में शामिल होने बरकुम गांव जा रहा था तभी अचानक रास्ते में मधुमक्खियों के झुंड द्वारा हमला करने पर उनका परिवार जंगल में बिखर गया। भगदड़ के दौरान मनोज ढाई वर्ष के कार्तिक को गोद में लिए जंगल में भागने लगा इसी दौरान अचानक बालक हाथ से छिटक गया और वह झाड़ी में जा गिरा । और मनोज भागते भागते बेहोश हो गया ।इसी दौरान एसएसबी द्वारा मनोज राम को बेहोशी की हालत में टनकपुर अस्पताल में भर्ती किया गया था होश आने के बाद मनोज राम के बताने पर ढाई वर्षीय कार्तिक की एसएसबी के जवानों द्वारा रात्रि में खोजबीन की गई जो सुबह 7:00 बजे मिला जिसका टनकपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा था इस दौरान कार्तिक की मृत्यु हो गई। अगर समय रहते बालक को जंगल में ढूंढ लिया जाता तो क्या पता बालक की जान बच सकती थी। इस घटना से कार्तिक का पूरा परिवार सदमे में है। कार्तिक की मौत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया मधुमक्खियों के द्वारा कार्तिक को काफी काटा गया था तथा उसके सर पर भी गंभीर चोट लगी हुई थी जिस कारण उसकी मौत हो गई अगर समय पर उसे अस्पताल लाया गया होता तो शायद उसकी जान बच जाती।