टनकपुर
कहते हैं गंगा भगवान शिव की जटाओं से निकल कर धरती पर आई हैं. इन्हें देव तुल्य कहा गया है और इस नदी को वरदान है कि जो भी इसमें स्नान करेगा उसके समस्त जीवन के पाप कर्म धुल जाएंगे. ऐसे में हर साल गंगा में करोड़ों लोग स्नान करते हैं. गंगा के घाट जैसे हरिद्वार, काशी आदि पर गंगा स्नान के दिन भारी भीड़ जुटती है और श्रद्धालु गंगा मां की आरती करके गंगा स्नान करते हैं और इस दिन दान पुण्य भी किया जाता है. वही चंपावत जिले के टनकपुर क्षेत्र में मां शारदा में गंगा स्नान पर्व पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु शारदा नदी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। श्रद्धालुओं ने फल फूल प्रसाद चढ़ाकर धूप दीप से शारदा मां की आरती कर माता को नमन कर अपनी मनोकामना मांगी । टनकपुर क्षेत्र के खेत खेड़ा गांव के पास बने मैदाने व किरोडा नाले में श्रद्धालुओं ने टेंट लगाकर अखंड रामायण का पाठ किया 15 से अधिक जगहों में भंडारा स्वामियों ने रामायण का पाठ किया है तथा रामायण पाठ पूर्ण होने के बाद रात्रि को श्रद्धालुओं में भोजन प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा। तथा भक्तिमय गीत वह संगीत भी श्रद्धालु व कलाकारों द्वारा किया जाता है। किन्हीं पंडालों में माता का जागरण भी किया जाता है जिसमें लोग उनकी मधुर धुन में भक्तिमय होकर झुमने लगते हैं। इस दौरान श्रद्धालु मां पूर्णागिरि के दर्शन को भी पहुंचे तथा नेपाल में स्थित सिद्ध बाबा के भी दर्शन करने पहुंचे। शारदा नदी में डुबकी लगाने उत्तराखंड, यूपी वह नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। टनकपुर क्षेत्र की शारदा नदी में हर वर्ष शारदा नदी के तट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पाप धोने शारदा नदी में पवन डुबकी लगाते आ रहे हैं।