चम्पावत
टनकपुर – कल पूर्णिमा के पावन अवसर पर टनकपुर के शारदा नदी में गंगा स्नान पर्व में लाखों श्रद्धालु शारदा नदी में पावन डुबकी लगाने आते हैं।जिसमें उत्तराखंड ही नहीं युपी वह नेपाल से भी लोग टनकपुर शारदा नदी में पावन डुबकी लगाने आते हैं । तथा लगभग डेढ़ सौ वर्षो से अधिक समय से शारदा नदी किनारे अखंड रामायण पाठ कर भंडारा भी करते आए हैं। श्रद्धालु खेतखेड़ा गांव के मैदान में 2 दिन पहले ही अपना डेरा जमाने लगते हैं और लगभग चार दिन तक टनकपुर शारदा नदी किनारे यह मेला गंगा स्नान पर्व पर लगता है। जिसमें लगभग 40 से 50हजार श्रद्धालु पावन शारदा नदी में गंगास्नान को पहुंचते हैं। मगर इस दौरान हजारों की संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए बिजली पानी और शौचालय की मुख्य समस्या बनी रहती है तथा सबसे बड़ी समस्या शौचालय की होती है जिसमें श्रद्धालु के लिए शौचालय की कोई सुविधा नहीं होती है वहीं श्रद्धालु शारदा नदी में गंगास्नान पर पावन डुबकी लगाते हैं तथा शौचालय न होने से शारदा नदी किनारे पर ही भारी गंदगी करने पर भी मजबूर होते हैं। कुछ लोग गांव के अंदर खेत खलिहानों में भी चले जाते हैं जिससे ग्रामीणों द्वारा उनको खेत-खलिहान में गंदगी करने से रोका जाता है एक तरफ जहां भंडारा प्रसाद श्रद्धालु ग्रहण करते हैं वहीं भारी गंदगी के कारण दुर्गंध को भी झेलना पड़ता है टनकपुर क्षेत्र के शारदा घाटों में गंगा स्नान के पावन पर्व पर भारी गंदगी भी बनी रहती है जिसकी दुर्गंध महीनों तक स्थानीय लोगों को झेलनी पड़ती है तथा हैजा व बीमारी की भी आशंका बनी रहती है।