

उत्तराखण्ड। देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों की लंबे समय से चल रही लड़ाई अब समाप्त होने जा रही है।उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा कर दी है।देवस्थानम बोर्ड को लेकर गठित कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है।
मालूम हो कि तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा बनाये गए देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम और बोर्ड को लेकर पुरोहितों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी और इसे रद्द करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत थे,जिसे देखते हुए सरकार ने पूर्व राज्यसभा सदस्य मनोहरकान्त ध्यानी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी,जिसने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी।इस समिति की रिपोर्ट के अध्ययन के लिए सरकार ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में एक उपसमिति गठित की थी,जिस समिति में कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और सुबोध उनियाल भी शामिल थे।उपसमिति ने बीते रोज मुख्यमंत्री धामी को अपनी रिपोर्ट दी थी जिसके बाद आज मुख्यमंत्री धामी ने बोर्ड भंग करने की घोषणा की।






