
टनकपुर। राजकीय इंटर कॉलेज सूखीढांग में भोजन माता की नियुक्ति को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, और लगातार बढ़ते विवाद के बाद भोजन माता की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है।नई नियुक्ति होने तक सहायक भोजन माता विमला उप्रेती को ही मध्याह्न भोजन बनाने के निर्देश दिए हैं।
भोजनमाता की नियुक्ति में हुए विवाद को लगातार बढ़ता देख एडी बेसिक अजय नौटियाल,मुख्य शिक्षा अधिकारी आर सी पुरोहित,उपखण्ड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट जांच के लिए मंगलवार को विद्यालय पहुंचे और दोनों पक्षों की बात सुनी। अभिलेखों की जांच के बाद उन्होंने पाया कि सुनीता की नियुक्ति नियमों के विरुद्ध हुई है। सुनीता की नियुक्ति में नियम के अनुसार प्रस्ताव में खंड शिक्षा अधिकारी और विद्यालय प्रबंधन समिति का अनुमोदन भी नहीं कराया गया है। इस पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सुनीता की नियुक्ति रद्द कर दी है। जिसके बाद जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों ने खुली बैठक की, जिसमें यह तय किया गया कि अब नियुक्ति नए सिरे से होगी जिसमें सुनीता भी आवेदन कर सकती है।
मालूम हो कि सूखीढांग इंटर कॉलेज में भोजनमाता के लिए सुनीता देवी और पुष्पा भट्ट ने आवेदन किया था।एक पक्ष का कहना था कि अभिभावक-शिक्षक संघ और विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में पुष्पा को भोजन माता के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन प्रधानाचार्य ने मनमानी करते हुए सुनीता को नियुक्ति दे दी।जिसके बाद कुछ अभिभावक स्कूल पहुंचे और सुनीता की नियुक्ति का विरोध किया था। जिसके बाद मामले को जातिगत रंग देकर मामले को एससी बनाम सामान्य वर्ग की तरह प्रदर्शित किया गया,जिसके कारण विवाद को जल्दी निपटाने के लिए प्रशासन और शिक्षा विभाग पर भी दबाव बढ़ गया था।



