
टनकपुर। टनकपुर में क्रेशर लगने की कवायद पर फिर संकट के बादल नजर आ रहे हैं। गैंडाखाली के ग्रामीणों ने क्षेत्र के विभिन्न जनप्रतिनिधियों के साथ उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर गांव में क्रेशर लगाए जाने का विरोध किया है।ग्रामीणों का कहना है कि जिस स्थान को क्रेशर के लिए चयनित किया गया है वह मानकों के अनुरूप नही है।ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि जिस स्थान को क्रेशर के लिए चुना गया है उसके 30 मीटर की दूरी पर ही बारातघर और आंगनबाड़ी केंद्र है,साथ ही चारो ओर आबादी क्षेत्र है।ग्रामीणों ने कहा कि क्रेशर हेतु चयनित स्थल फलपट्टी क्षेत्र घोषित है और चयनित जमीन का आधा हिस्सा नदी क्षेत्र का है,जिस पर क्रेशर लगाना नियमो के विरुद्ध होगा।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शीघ्र ही क्रेशर प्रक्रिया पर रोक लगाए जाने हेतु निवेदन किया है।




मालूम हो कि खनन कारोबारियों द्वारा टनकपुर क्षेत्र में नया क्रेशर लगाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है परन्तु क्रेशर के लिए जमीन तलाशना सबसे मुश्किल काम रहा है।पिछले दिनों टनकपुर के गैंडाखाली गांव के चिलियाघोल में क्रेशर के लिए भूमि का चयन कर सीडीओ ने अपनी रिपोर्ट अग्रिम कार्यवाही के लिए भेज दी थी,जिसके विरोध में अब ग्रामीण खुलकर सामने आ गए हैं।
ज्ञापन देने वालो में थ्वालखेड़ा ग्राम प्रधान दीपा बोहरा,क्षेत्र पंचायत सदस्य उचौलीगोठ सुंदर आर्य,ग्राम प्रधान गैंडाखाली निर्मला सामन्त,देवेंद्र सामन्त,नरेश सकारी,किशोर जोशी,मनोज कुमार,राम प्रसाद,रतन लाल,गणेश राम,चंदन,हरी राम और अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।