टनकपुर। पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उप निरीक्षक, राजस्व सेवक संघ की कलमबंद हड़ताल शुरू हो गई है।गुरुवार को संगठन से जुड़े सभी राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं अनुसेवकों ने कलमबंद हड़ताल कर समस्त कामकाज रोक दिए हैं।
मालूम हो कि संगठन पिछले लंबे समय से शासन के सामने 4 मांगे कर रहा है, जिनकी पूर्ति ना होने पर संगठन से जुड़े कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है।
संगठन की मांगें
1- समान कार्य हेतु समान वेतन
2- 16वे बैच के राजस्व निरीक्षक प्रशिक्षण एवं राजस्व निरीक्षक क्षेत्रों के पुनर्गठन तथा राजस्व निरीक्षक सेवा नियमावली में प्रख्यापन
3- संवर्गीय कार्मिकों को उच्चीकृत वेतनमान का लाभ 1 जनवरी 2006 से दिए जाना
4- रजिस्ट्रार कानूनगो और सुपरवाइजर कानूनगो के पदों का एकीकरण न किया जाए
पर्वतीय राजस्व निरीक्षक,राजस्व उपनिरीक्षक,राजस्व सेवक संघ का कहना है कि 16 सितंबर को राजस्व परिषद के अध्यक्ष द्वारा कहा गया था कि यदि राजस्व निरीक्षक उप निरीक्षक व राजस्व सेवक संघ कानूनगो के पदों के एकीकरण के लिए सहमत नहीं है तो कानूनगो के पदों का एकीकरण नहीं किया जाएगा। बावजूद इसके रजिस्ट्रार कानूनगो संगठन की मांग पर कानूनगो के पदों का एकीकरण किया जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है जो कि संगठन के साथ धोखा है।
मालूम हो कि रजिस्ट्रार कानूनगो संगठन कानूनगो के पदों का एकीकरण करने की मांग को लेकर डेढ़ माह से अधिक समय से हड़ताल पर है और पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उपनिरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की हड़ताल से तहसील में कामकाज पूरी तरह से बाधित हो गया,जिससे जनता को विभिन्न प्रमाण पत्र प्राप्त करने में दिक्कत आ रही है।हड़ताल के पहले ही दिन प्रमाण पत्र के लिए आये लोगो को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।