

जनपद चंपावत जिले को मॉडल जिला बनाए जाने की परिकल्पना को साकार किए जाने हेतु लगातार विभिन्न स्तर पर प्रयास जारी हैं। चंपावत जिले में औद्यानिक गतिविधियों को और अधिक बढ़ाए जाने हेतु लगातार कार्य कर काश्तकारों को सीधे लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं भी अपने स्तर से विभिन्न स्तर पर लगातार जिले के विकास के लिए एक नई सोच एवं ऊर्जा के साथ कार्य करवा रहे हैं। साथ ही कार्य गतिमान है।
जिला उद्यान अधिकारी चंपावत टीएन पांडे ने अवगत कराया कि चंपावत जिले को बागवानी के क्षेत्र में आगे बढ़ाए जाने हेतु अनेक औद्यानिकी कार्य जिले में किए जा रहे हैं। कश्मीर एवं हिमाचल की तर्ज पर यहां पर सेब की खेती को बढ़ाए जाने के साथ साथ काश्तकारों को आर्थिक रूप से मजबूत किए जाने हेतु उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन एवं कोका कोला कंपनी के सीएसआर फंड के सहयोग व इंडो डच हॉर्टिकल्चर भीमताल के द्वारा चंपावत जिले के चारों विकासखंड में 100 सेब के बागान तैयार किए जा रहे हैं। इस हेतु 100 काश्तकारों की भूमि का चयन कर जिले में वर्तमान तक 30 सेब के बगीचे भी तैयार कर लिए गए हैं। प्रत्येक कास्तकार के बगीचे में 250 उन्नत प्रजाति के सेब के पौधे लगाए जा रहे हैं। जिला उद्यान अधिकारी ने अवगत कराया कि गुरुवार को उनके द्वारा ग्राम सानिया, पुनावे, नरसिंहडांडा में रोपित सघन सेव उद्यानों का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि सेब के बगीचे में ड्रिप सिंचाई भी स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि अन्य किसानों के वहां भी सेब सघन रोपण का कार्य प्रगति पर है। निरीक्षण के दौरान टीम द्वारा ग्राम नरसिंहडांडा के ललित मोहन पुत्र श्री दीवान राम, देवेंद्र प्रसाद पुत्र शिव राम
ग्राम सानिया के प्रकाश चंद पुत्र कृष्णानंद, हरीश चंद्र पुत्र रामदत्त खर्कवाल, उमेश चंद पुत्र राम दत्त खर्कवाल, गिरीश चंद पुत्र रामदत्त खर्कवाल, विद्याधर खर्कवाल पुत्र कृष्णानंद, बसंत चंद्र पुत्र श्री सतीश चंद्र, ग्राम पूनावे के खिलानंद पुत्र शिव दत्त, कलावती पत्नी खिलानन्द के सेव के बगीचों का निरीक्षण किया। तथा उन्हें इससे होने वाले लाभ व उत्पादन संबंधित जानकारी दी गई। निरीक्षण के दौरान जिला उद्यान अधिकारी के साथ विभागीय अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित थे।






