

वर्तमान समय आधुनिक युग का समय है जहां विद्युत से प्रयोग होने वाले अनेक उपकरणों का निर्माण किया जा रहा है। वही चंपावत में कई ऐसे दूरस्थ क्षेत्र हैं जहां लोग अपने घरों में बिजली के बल्ब की रोशनी देखने को तरस चुके हैं। चंपावत जिले में मंच क्षेत्र के हरतोला गांव में रहने वाले सुनील दत्त उपाध्याय के पिता श्री गणेश दत्त उपाध्याय ने बताया कि हमारे घरों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है। जिस कारण हमें रात्रि अंधेरे में बितानी पड़ती है। सुनील ने बताया कि हरतोला गांव के आधे हिस्से में बिजली पहुंच चुकी है जबकि 5 से 6 घर ऐसे हैं जहां बिजली अभी तक नहीं पहुंची है। बिजली विभाग से बात करने पर वह बिजली के पोल लगाने के लिए रुपयों की डिमांड करती है ।गांव के आधे क्षेत्र में बिजली पहुंच चुकी है। मगर 4 से 5 घरों में अभी तक बिजली व्यवस्था नहीं पहुंची है। कुछ वर्ष पूर्व बिजली विहीन घरों में सौर ऊर्जा प्लांट दिए गए थे जिनको दिए गए आज 5 साल बीत चुके हैं । जो समय के साथ ठप्प पड चुके हैं। स्कूली बच्चों को रात्रि में मोमबत्ती के सहारे पढ़ाई करनी पड़ती है। घरों में उजाले के लिए छोटे-छोटे बैटरी चार्जर उपकरणों वह मोबाइल की रोशनी व दीये से घरों में उजाला किया जा रहा है। मोबाइल चार्ज करने के लिए दूर बिजली वाले घरों में जाना पड़ता है। चुनाव के समय घर घर पहुंचने वाले जनप्रतिनिधि भी हमारी इस समस्या को देखने अब नहीं आ रहे हैं। अब हमें अपनी आवाज उठाने के लिए मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है।वही अंधेरे में गुलदार व जंगली जानवरों का भय भी बना रहता है। हमारे घर से बिजली के खंभों की दूरी मात्र आधा किलोमीटर के करीब होगी । जिसमें 5 से 10 खंभों में लाइट हमारे घर तक पहुंच सकती है। सुनील दत्त के परिवार व अन्य ग्रामीणों ने बिजली सुविधा बिजली वहीन घरों में पहुंचाने की मांग की है।






