टनकपुर के ग्राम ज्ञान खेड़ा में उत्तरांचल आदर्श रामलीला कमेटी द्वारा भव्य रामलीला का मंचन किया जा रहा है ।जिसमें कल कुंभकरण तथा मेघनाथ से युद्ध का मंचन दिखाया गया ।कुंभकरण अपने विशाल शरीर के साथ रामचंद्र की सेना से युद्ध करने पहुंचता है जिसमें कई वानर कुंभकरण के पैरों तले दब कर मर जाते हैं इसी दौरान प्रभु राम के बाण से कुंभकरण का अंत हो जाता है। वही मेघनाथ भी अपनी मायावी शक्ति से रामचंद्र जी की सेना को धराशाई कर देता है जिसमें लक्ष्मण मेघनाथ युद्ध में लक्ष्मण को शक्ति बाण लगने के बाद हनुमान जी संजीवनी बूटी का पूरा पहाड़ उठा लाते हैं तथा वैध द्वारा लक्ष्मण जी को संजीवनी बूटी सुंधा कर मूर्छा दूर कर देते हैं तब लक्ष्मण जी द्वारा मेघनाथ का भी अंत हो जाता है ।
ऐसा क्या था कि केवल लक्ष्मण ही उन्हें मार सकते थे। अगस्त्य मुनि ने कहा था कि प्रभु इंद्रजीत को वरदान था कि उसका वध वही कर सकता था जो चौदह वर्षों तक न सोया हो और तपस्वी लक्ष्मण 14 वर्षों से सोए नहीं थे ।इस दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा सुंदर रामलीला का मंचन दिखाया जा रहा है जिससे दर्शक ताली बजाकर उनका उत्साहवर्धन कर रहे हैं तथा रामलीला का आनंद ले रहे हैं। इस दौरान सचिव मुकेश जोशी ने बताया कि हम पिछले 40 वर्षों से रामलीला का सुंदर मंचन करते आए हैं तथा आगे भी टनकपुर क्षेत्र वासियों का सहयोग मिलता रहे तो रामलीला का मंचन किया जाएगा। इस दौरान 1000 से भी अधिक लोगों रामलीला का मंचन देखने पहुंचे हुए थे। तथा आज राम सेना व रावण युद्ध में रावण का अंत का दिखाया जाएगा।