चंपावत जिले के टनकपुर क्षेत्र में बहती शारदा नदी बरसात के समय काफी तबाही मचाती है। तथा शारदा से भूकटाव टनकपुर की समस्या बनी हुई है । टनकपुर क्षेत्र में शारदा नदी से लगे गांव उचौलीगोठ , गैंडाखाली, बासनीगोठ, सुवागोठ,खेतखेड़ा, शारदा चुंगी सैलानीगोठ आदि मैं लगातार भूकटाव हो रहा है। जिससे अब तक ग्रामीणों की करोड़ों की जमीन तथा चारागाह,खेल मैदान,व जंगल शारदा भू कटाव की भेंट चढ़ गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शारदा नदी के अपस्ट्रीम में लगातार खनन कार्य होने से आज नदी उनके गांव की तरफ रुख कर उनकी कीमती जमीनों को बहा कर ले जा रही है। नदी के ग्रामीण क्षेत्र की तरफ बहने से नदी में काफी गहराई बढ़ चुकी है जिससे कई वर्षों से शारदा नदी के अपस्ट्रीम में खनन कार्य बंद हो चुका है। वही ग्रामीणों का कहना है कि शारदा नदी बरसात के समय काफी उफान पर चलती है जिससे उनकी काफी जमीन शारदा की भेंट चढ़ चुकी है ।उन्होंने कई बार सरकार से शारदा नदी से सुरक्षा हेतु उचित तटबंध डैम डालने की मांग की थी मगर कुछ वर्षों में सरकार द्वारा पत्थर वायरक्रेट डाले गए हैं मगर जो काफी कम है। ग्रामीणों का कहना है की शारदा नदी भूकटाव से सुरक्षा हेतु अधिक से अधिक बड़े-बड़े तटबंध को डाले जाए जिससे शारदा नदी का रुख बदल जाए और उनकी जमीन बहने से बच जाए ।
ग्रामीणों ने मीडिया को दी जानकारी
गेंडाखाली निवासी देव सिंह ने कहा कि शारदा नदी कई वर्षों से उनकी खेती वाली जमीन को बहा रही है। तथा उनके खेतों में रेत भर चुकी है जिससे अब उनकी जमीन बंजर हो गई उन्होंने खेत में जुताई की है मगर रेतीली जमीन होने के कारण सूख चुकी है। उन्होंने 17 अक्टूबर 2023 को तहसील दिवस पर अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा के सामने अपनी समस्या को रखा था। मगर अभी तक यहां कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया।
बसानीगोठ में 50 वर्षों से रह रही जमुना माई ने भी शारदा नदी से हो रहे हो भूकटाव से सुरक्षा की मांग की है उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष से उनकी कई जमीन व कई बाग बगीचे शारदा नदी में बह गए उन्होंने और बड़े तटबंध डालने की मांग की है।
गैडाखाली निवासी सुरेश महर का कहना है की शारदा नदी ने उनकी काफी जमीन काट दी है कई बार यहां पर पुर्व एसडीएम और सिंचाई विभाग के द्वारा दौरा किया गया था मगर अभी भी यहां पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं किया गया है ।वन विभाग द्वारा 10 साल पहले छोटे-छोटे वायरक्रेट डाले गए थे मगर वह शारदा नदी कबकी बहा कर ले गई है उन्होंने बड़े डैम डालने की बात की है ।
वही गैडाखाली निवासी बहादुर खाती का कहना है कि उनकी जमीन शारदा नदी से लगी हुई है कई वर्षों से वह अपनी जमीन को बचाने के लिए अनेक ज्ञापन शाशन प्रशासन
को दे चुके हैं । अगर अभी तक कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। फिलहाल बरसात रुकने के कारण नदी का जलस्तर काफी कम हो चुका है जिस कारण सरकार ने अभी शारदा नदी में तटबंध डालने चाहिए ताकि हमारी जमीन बच जाएं । कार्यदाई संस्था सिंचाई विभाग द्वारा कहीं-कहीं स्थान पर वायरक्रेट डाली जा रही है। मगर हमारी मांग यह है कि शारदा नदी से लगे समस्त ग्रामीण क्षेत्र को शारदा भूकटाव होने से बचाया जाए। टनकपुर में चार से पांच किलोमीटर का ग्रामीण क्षेत्र शारदा नदी से लगा हुआ है जिसमें भूकटाओ की समस्या कई वर्षों से बनी हुई है।