टनकपुर। जीआईसी सूखीढांग में भोजनमाता नियुक्ति विवाद का पटाक्षेप होने के बाद भोजनमाता सुनीता देवी की नियुक्ति भोजनमाता के रूप में कर दी गई है।उप खंड शिक्षाधिकारी ने भोजमाता के रूप में सुनीता देवी की नियुक्ति का अनुमोदन कर दिया है। मिड डे मील के प्रभारी मनीष ने बताया कि नियुक्ति की विधिवत प्रक्रिया पूरा कर ली गई है। उप खंड शिक्षाधिकारी महीप नारायण तिवारी ने अनुमोदन के बाद भोजनमाता नियुक्ति पत्रावली सीईओ को भेज दी है।
इससे पहले 31 जनवरी को शिक्षाधिकारियों की मौजूदगी में स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावक शिक्षक संघ की बैठक में पुष्पा भट्ट के नाम पर सहमति न बनने के बाद नियमों के तहत अनुसूचित जाति की सुनीता देवी का चयन भोजनमाता के रूप में किया गया था। जूनियर कक्षाओं में 66 छात्र-छात्राओं के चलते यहां दो भोजनमाता होनी चाहिए थी लेकिन शकुंतला देवी के त्यागपत्र के बाद यहां एक ही भोजनमाता विमलेश उप्रेती रह गई थी। वहीं भोजनमाता के रूप में सुनीता देवी की नियुक्ति के मामले के समाधान तक पहुंचने पर 30 दिसंबर को पीटीए अध्यक्ष, बीडीसी सदस्य समेत छह लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाएगा।