
टनकपुर। राजकीय माध्यमिक विद्यालय उचौलीगोठ में भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून द्वारा वन्यजीवों के संरक्षण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विद्यार्थियों को मानव-वन्य जीव संघर्ष एवं नंधौर वन्य जीव अभ्यारण एवं उसके आस-पास पाए जाने वाले विभिन्न वन्यजीवों से संबंधित जानकारियां छात्र दी गईं। भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून से आये वैज्ञानिक डॉ. नवीन चन्द्र जोशी ने विद्यार्थियों को वन्य जीवों से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां दी और हाथी, बाघ एवं तेंदुवे से संघर्ष की स्तिथि में जान बचाने एवं फसलों से वन्य जीवों को दूर रखने के अनेक उपाय बताये। डॉ. जोशी ने बताया किस तरह हम सरल उपायों के माध्यम से संघर्ष की स्तिथि पर नियंत्रण पा सकते हैं एवं उन्होंने चित्रों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य में पाए जाने वाले विभिन्न जीव-जन्तुओं एवं उनके सामान्य व्यवहार से अवगत कराया गया ।




इस अवसर पर भारतीय वन्यजीव संस्थान के वरिष्ठ शोधार्थी विवेक रंजन ने छात्रों को वन्य जीवों से संबंधित अनेक रोचक तथ्यों से अवगत कराया एवं एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।उन्होंने विद्यार्थियों की जिज्ञासा को भी शांत किया एवं भारत में अन्य स्थानों पर हुए मानव वन्यजीव संघर्षों से संबंधित सफल प्रयोगों की भी जानकारी साझा की।
जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ लंदन के कंट्री मैनेजर डॉ. हरीश गुलेरिया ने छात्रों से वन्यजीवों से संबंधित विविध चर्चा की तथा उनको वन्यजीवों की विशेषता एवं उपयोगिता से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम डिज्नी कंसर्वशन फण्ड एवं जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ लंदन द्वारा प्रायोजित है तथा इसे भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून एवं उत्तराखंड वन विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। डॉ. गुलेरिया ने विद्यालय प्रशासन मुख्यतः प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह सामन्त एवं सभी अध्यापकों का आभार व्यक्त किया एवं छात्रों से वन्यजीवों के प्रति अधिक संवेदनशील होने तथा पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का आग्रह किया। डॉ. जोशी एवं विवेक रंजन ने विद्यार्थियों को वन्यजीव निगरानी एवं मानव वन्यजीव संघर्ष के प्रबंधन से संबंधित विविध उपकरणों को भी प्रदर्शित किया गया एवं उनकी उपयोगिता के बारे में बताया गया। कार्यक्रम के अंत मे प्रश्नोतरी प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने छात्रों को पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक होने का आह्वाहन किया एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान के सभी वैज्ञानिकों एवं का बच्चों को पर्यावरण एवं वंयजीवों के प्रति जागरूक बनाने के लिए आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह सामन्त, सत्य प्रकाश यादव, सुरेंद्र प्रताप, गिरीश जोशी, संजय पाठक, देवेन्द्र गोनिया, हिमांशु विश्वकर्मा, सुनील पांडे, आन सिंह आदि उपस्थित रहे।