दशहरे के बाद शुरू हुई धर्मजागरण आदर्श रामलीला कमेटी उचौलीगोठ द्वारा भव्य रामलीला का मंचन किया जा रहा है। जिसमें ग्रामीण प्रभु श्री रामचंद्र जी की लीला का भरपूर आनंद ले रहे हैं। कल रात्रि रामलीला में दशरथ कैकेई संवाद दिखाया गया जिसमें कैकई को मंथरा द्वारा सिखाया गया था कि एक वरदान से भरत को अयोध्या का राज और दूसरे वरदान में राम के लिए वनवास मांग लो. बस इस वरदान को मांगने के लिए तुम अभी से कोपभवन में चली जाओ और जब राजा मनाने आए तो तुम राम की सौगंध रखाने के बाद उनसे मांग लेना. कैकेयी की बात समझ में आ गई. उन्होंने मंथरा से कहा इस संसार में तेरे सिवा मेरा दूसरा कोई हितैषी नहीं है. कोप भवन में राजा दशरथ कैकेई मनाने जाते हैं तथा दोनों के बीच काफी रूठने मनाने का क्रम चला जिसमें केकई राम बनवास का वरदान मांगती है यह सुनकर राजा दशरथ काफी विचलित हो गए।आज राम बनवास का मंचन दिखाया जाएगा। इस दौरान कल मुख्य अतिथि में गोविंद सामंत ,पूरन मेहरा, नारायण महर, मदन कुमार, भुवन पांडे, व संरक्षक गणेश महर आदि रहे । धर्म जागरण आदर्श रामलीला कमेटी उचौलीगोठ में अध्यक्ष हेम जोशी ,उपाध्यक्ष राम सिंह महर ,कोषाध्यक्षनाथ सिंह महर, सचिव आनंद सिंह व उपसचिव हुकुम सिंह व दीपक सिंह तथा सदस्य पान सिंह ,मोहन सिंह ,उदय सिंह, फतेह सिंह, ललित, शुभम, मनीष ,अज्जू ,योगेश है। साथ ही राम मोहित महर ,लक्ष्मण सचिन महर, सीता प्रियांशु महर, हनुमान कल्याण सिंह, रावण तान सिंह ,दशरथ और कैकई का पाठ कल्याण महर दीवान महर निभा रहे हैं।