सुखीढांग चंपावत
विगत दिनों से सुखीढांग क्षेत्र में लोगों पर हमला करने वाले गुलदार को पकड़ने हेतु जिलाधिकारी नवनीत पांडे के निर्देशानुसार प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल वन प्रभाग चम्पावत द्वारा गुलदार को ट्रैक्युलाईज करने की अनुमति हेतु विभाग को पत्र भेजा गया था। जिसके क्रम में प्रमुख वन संरक्षक (वन्य जीव)/मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक, उत्तराखंड धनंजय मोहन द्वारा गुलदार को ट्रैक्युलाईज करने की अनुमति प्रतिबंधों के साथ दे दी गई है। जो 01 माह तक वैध रहेगी और इस अवधि के उपरान्त स्वतः समाप्त हो जायेगी।
यह जानकारी देते प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया है कि पूर्व में ही प्रभावित क्षेत्रों में पिंजरे लगाये गये तथा गुलदार की गतिविधियों की निगरानी हेतु कैमरा ट्रैप लगाये गये हैं, परन्तु गुलदार को पिंजरे में पकड़ा नहीं जा सका है। गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में वन क्षेत्राधिकारी के निर्देशन में लगातार गश्त की जा रही है एवं लोगों को गुलदार से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में लगाये गये कैमरा ट्रैप का प्रतिदिन निरीक्षण किया जा रहा है। परंतु गुलदार पिंजरे के समीप जा रहा है, परन्तु पिंजरे के अन्दर नहीं जा रहा है। उक्त के दृष्टिगत प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा मानव वन्यजीव संघर्ष की किसी घटना को रोकने हेतु गुलदार को ट्रैक्युलाईज करने की अनुमति चाही गयी थी।