उत्तराखंड में चुनाव के समय मां पूर्णागिरि धाम में यात्रियों का आना बिल्कुल बंद हो गया था ।मगर उत्तराखंड मैं चुनाव संपन्न होंगे के बाद तथा उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर चुनाव के बाद यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही। मां पूर्णागिरि धाम में रविवार को अवकाश के दिन श्रद्धालुओं की संख्या मैं काफी बढ़ोतरी हुई। सुबह से ही मां के दर्शन को लंबी-लंबी कतार लगी। दिनभर मां के डोले के साथ धाम क्षेत्र में पैदल जत्थों का आना भी जारी रहा। धाम क्षेत्र का माहौल भक्तिमय बना हुआ है। पूर्णागिरि क्षेत्र में व्यवसाय कर रहे दीपक सिंह ने बताया कि रविवार की रात्रि को तमाम धर्मशालाएं पूरी तरह भर चुकी थी तथा यात्रियों का लगातार आना जारी था उन्होंने बताया कि 20,000 से अधिक श्रद्धालु मां पूर्णागिरि धाम में दर्शन को आए होंगे। पूर्णागिरि धाम में जगह-जगह रखें पानी के टैंकों में कई टैंक में पानी सूखा हुआ था जिसे यात्रियों को रास्ते में पानी की कमी महसूस हो रही थी। वहीं पूर्णागिरि धाम में चल रही बसों में ओवरलोडिंग जारी थी जिससे यात्रियों को खड़े-खड़े सफर करना पड़ा। पूर्णागिरि धाम में ठूलीगाढ पड़ाव में लगाए गए गुलमोहर के पेड़ों में फूलों के खिलने से ठूलीगाढ़ में सौंदर्यता भी श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही थी वहीं वन विभाग द्वारा हजारों की संख्या में रुद्राक्ष के वृक्ष भी लगाए गए । मां पूर्णागिरि धाम में 12 माह मंदिर के कपाट खुले रहने से श्रद्धालु लगातार मां के दर्शन को पहुंचते रहते हैं मगर होली के बाद से लेकर बरसात तक मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो जाती है । बरसात के समय श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखने को मिलती है क्योंकि बारिश के समय पहाड़ों के गिरने व गाढ गाधेरों के उफान से श्रद्धालु को खतरा पैदा हो सकता है। वही किरोडा नाले में बन रहे पुल से अब मां पूर्णागिरि धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को कुछ राहत मिल पाएगी।