‘आईएम सॉरी…पापा मम्मी, मुझसे नहीं हो पाएगा, मैं नहीं बना पाती शायद 95 प्लस परसेंटेज, मैं परेशान हो गई हूं। 10वीं क्लास से मुझसे अब और नहीं सहा जाता, आई लव यू पापा, मम्मी एंड ऋषभ, आईएम सो सॉरी…आपकी खुशबू’।
ये लिखकर राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में दसवीं की छात्रा ने आत्महत्या कर ली।इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी।
बोर्ड परीक्षाओं की डेट आते ही अक्सर विद्यार्थियों में डर पैदा होने लगता है ज़्यादा परसेंटेज का दबाव विद्यार्थियों में ख़ौफ़ पैदा कर देता है जिसके चलते कुछ विद्यार्थी आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते है। लेकिन राजस्थान में जिस छात्रा ने ये कदम उठाया उसके पैरेंट्स का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी पर कभी भी पढ़ाई का दबाव नही बनाया,उल्टा पैरेंट्स अपने बच्चों से ये कहते थे कि नम्बर्स से कुछ नही होता,बच्ची की आत्महत्या के बाद उसके माता पिता भी हतप्रभ है कि आखिर उनकी बेटी ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह 11 बजे के बाद छात्रा फांसी के फंदे में झूल गयी ,छात्रा खुशबू की मां गुरुवार सुबह करीब 11 बजे छोटे भाई की स्कूल फीस जमा करवाने गई हुई थी। इसी दौरान पीछे से खुशबू ने यह कदम उठा लिया। जब मां घर पर लौटी तो बेटी को फांसी के फंदे पर लटका देख उसके होश उड़ गए। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। छात्रा के पास से सुसाइड नोट भी मिला था, इसमें लिखा था कि वह 95 प्रतिशत से ज्यादा नंबर नहीं ला सकती और वह परेशान हो गई है।
16 दिन बाद खुशबू (15) का 10वीं बोर्ड का पहला एग्जाम था। ऐसे में वह घर पर ही रहकर पढ़ाई कर रही थी। घटना के दौरान घर में उसका छोटा भाई था,जो चौथी क्लास में पढ़ता है।
मामले में पुलिस जांच कर रही है।