उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC)के पेपर लिक मामले में स्पेशल टास्क फोर्स(एस.टी.एफ.)देहरादून ने राजेश चौहान को आरोपी बनाया था।
आपको बता दें कि प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान पर आरोप है कि उन्होंने यूकेएसएसएससी के तहत होने वाले सचिवालय रक्षक और वीडियो भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाया था. एसटीएफ टीम ने उन्हें 27 अगस्त 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. राजेश कुमार चौहान लखनऊ की आरएमएस प्रिंटिंग प्रेस के डायरेक्टर हैं और इसी प्रेस से उन्होंने पेपर लीक करवाया था।
एसआईटी ने अन्य आरोपियों के साथ राजेश चौहान के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, 409 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया था इसके बाद वो जेल में रहे। फिर निचली अदालत ने उनकी जमानत याचिका दिसंबर में निरस्त कर दी थी लेकिन 2 फरवरी 2023 में हुई सुनवाई के बाद नैनीताल हाईकोर्ट ने राजेश चौहान का शॉर्ट टर्म जमानत दे दी थी वही आज की सुनवाई के बाद कोर्ट ने जमानत दे दी है।