अतीक अहमद व उसके भाई के हमलावरों ने इस वारदात को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया. फायरिंग की ये घटना कैमरे में भी कैद हो गई. इस घटना के तुरंत बाद अपराधियों ने सरेंडर कर दिया और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. अतीक और अशरफ की हत्या करने वालों ने पूछताछ में बताया कि बड़ा माफिया बनना चाहते हैं, इसलिए वारदात को अंजाम दिया. हमलावरों ने गले में प्रेस का कार्ड भी डाला हुआ था. मौके पर पहुंची एफएसएल टीम के सूत्रों के मुताबिक, मौका-ए-वारदात से जो कैमरा मिला है, वो डमी कैमरा है. इसके अलावा माइक पर प्राइवेट चैनल का लोगो भी था.
।इस वारदात को अंजाम देने वाले तीनों अपराधी प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक, अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक-अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी कासगंज जिले का है. जांच में एक बात क्लियर हो रही है की तीनों अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे।