जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने पेयजल निगम तथा जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिन भी योजनाओं का निर्माण किया गया है और वर्तमान में किया जा रहा है,उसका शत प्रतिशत लाभ जनता को मिले, इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित विभाग और अधिकारियों की है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना विभाग की जिम्मेदारी है।
बैठक में जल जीवन मिशन की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति पर चर्चा के साथ ही जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
बैठक में जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यरत कार्यदाई संस्थाओं उत्तराखंड जल संस्थान तथा उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा मिशन के अंतर्गत नए कार्यों हेतु भी प्रस्ताव बैठक में रखे,जिन पर समिति द्वारा विस्तार से चर्चा करते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश संबंधित को दिए।
बैठक में विभिन्न योजनाओं के डीपीआर में संशोधन हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए।
जिलाधिकारी ने दोनों कार्यदाई संस्थाओं को जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रस्तावित योजनाओं के निर्माण में पूर्ण गुणवत्ता से कार्य करते हुए कार्यों को निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए,साथ ही जल श्रोत बढ़ाने के साथ ही पेयजल टैंकों की क्षमता बढ़ाने कभी निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने कहा कि जेजेएम के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। इस हेतु थर्ड पार्टी समय पर रिपोर्ट परियोजना प्रबंधक व कार्यदायी संस्था को उपलब्ध कराएं। थर्ड पार्टी द्वारा सत्यापन के दौरान जिन योजनाओं में कमी पाई जाती है संबंधित कार्यदायी संस्था तत्काल उसे ठीक कर कमी को दूर कर थर्ड पार्टी को अवगत कराएं और थर्ड पार्टी पुनः योजनाओं का सत्यापन करें,इस कार्य को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि जिले के सभी कस्बों में आने वाले समय में बसासत बढ़ेगी उसी के अनुरूप अभी से इन जगहों में पेयजल की योजनाएं भविष्य को देखते हुए तैयार करें।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जाएगी,इस हेतु अधिकारी सभी तैयारियां के साथ बैठक में उपस्थित होकर नए कार्यों के प्रस्ताव समिति के सम्मुख प्रस्तुत करें।
बैठक में अधिशासी अभियंता जल संस्थान बिलाल यूनुस, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम वी के पाल,अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई/परियोजना प्रबंधक स्वजल प्रशांत कुमार,योजनांतर्गत योजनाओं के अंतर्गत किए गए कार्यों का स्थलीय सत्यापन हेतु नियुक्त थर्ड पार्टी प्रतिनिधि सहित जल संस्थान व पेयजल निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।