अपने पुत्र को उद्यान विभाग में नौकरी देने की मांग करते हुए लोहाघाट निवासी बुजुर्ग चेतराम ने डीएम चंपावत नवनीत पांडे को ज्ञापन दिया तथा मांग पूरी न होने पर 111वी बार डीएम कार्यालय में धरने में बैठने की चेतावनी दी। चेतराम ने बताया 1993मे वह लोक निर्माण विभाग लोहाघाट में मस्टरोल के तहत राज मिस्त्री के पद पर तैनात थे तथा 1995 मे लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाए जा रहे डिग्री कॉलेज लोहाघाट के निर्माणधीन भवन की छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे पर विभाग के द्वारा उस समय उन्हें इलाज का खर्चा व उनके पुत्र को नौकरी देने का आश्वासन दिया गया था चेतराम ने कहा आज 25 वर्ष बीत जाने के बाद भी ना तो उनको मुआवजा मिला नाही उनके पुत्र को नौकरी मिली। चेतराम ने बताया अपनी इस मांग को लेकर वह 110 बार डीएम कार्यालय चंपावत में धरना दे चुके हैं पर प्रशासन ने उन्हें आश्वासन देकर बार-बार धरने से उठा दिया चेतराम ने बताया इतने धरने देने के बाद प्रशासन ने 4 साल उनके पुत्र को उद्यान विभाग में नियुक्त किया पर 4 साल बाद निकाल दिया जबकि अधिकारियों के कहने पर उनके पुत्र ने चौबटिया (रानीखेत) में माली की ट्रेनिंग भी करी पर उनके पुत्र को वापस नौकरी में नहीं रखा गया। चेतराम ने कहा उनकी इस गुहार को ना तो किसी सरकार ने सुना ना ही किसी अधिकारी ने नाही उनकी इस मांग को गंभीरता से लिया गया तथा बार-बार आश्वासन देकर उनका मजाक बनाया गया उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा अगर अबकी बार उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह 111 वी बार धरना देंगे तथा आत्मघाती कदम उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। वहीं डीएम चंपावत नवनीत पांडे ने बुजुर्ग चेतराम की मांग को गंभीरता पूर्वक सुनकर उन्हें इस पर विचार करने का आश्वासन दिया है।