भगवान शिव शंकर को सारी सृष्टि पूजती है। प्रधानमंत्री मोदी जी उनके अनन्या भक्त हैं ।वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी रात दिन देवी देवताओं के मंदिरों में पूजा अर्चना करते रहते हैं। जिन देवी देवताओं को भारतवर्ष में पूजा जाता है। जिन देवी देवताओं के पृथ्वी में करोड़ों भक्त हैं। उन देवी देवताओं के बारे में विधायक बंशीधर भगत ने बहुत ही अपमानजनक शब्द कहें ।अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस पर नारी सम्मान की जगह है नारी का और देवी देवताओं का अपमान हुआ है। इन वचनों को सुनकर भाजपाइयों का भी सर शर्म से झुक गया है।अपनी भाषाशैली को लेकर लगातार घिरने के बावजूद भाजपा नेता भगत विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। बालिका दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बंशीधर भगत ने हिंदू देवी-देवताओं पर विवादित बोल बोले। बालिका दिवस पर बाल विकास विभाग की ओर से रामपुर रोड स्थित निजी बरातघर में बालिकाओं के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक भगत की जुबान फिसल गई। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में भगत कह रहे हैं बालकों का नंबर तो हमेशा बाद में ही आता है। महिलाओं को संबोधित करते हुए भगत कहते हैं कि भगवान तक ने आपका पक्ष लिया है। विद्या मांगो तो सरस्वती को ‘पटाओ’, शक्ति मांगो तो दुर्गा और धन मांगो तो लक्ष्मी को पटाओ। वह यहीं नहीं थमे और भगवान शिव-विष्णु को लेकर भी अजीबोगरीब बातें कहीं। उन्होंने कहा आदमी के पास है क्या एक शिवजी हैं, वह भी पहाड़ में पड़े हुए हैं ऊपर से सिर पर सांप रखा हुआ है। इसके बाद उन्होंने भगवान विष्णु पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे समुद्र की गहराई में छिपे हैं। दोनों की आपस में बात भी नहीं होती। भगत के ये बोल सुन कार्यक्रम में महिलाओं के साथ भाजपाई भी बगलें झांकने लगे।
अब यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कबतक महिलाओं, धर्म, देवी-देवताओं का अपमान होता रहेगा। एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इस तरह खुलेआम खुले मंच पर महिलाओं और देवी-देवताओं पर टिप्पणी कर देता है और जनता व पार्टी इसपर कुछ नहीं करती। बंशीधर भगत की बात करें तो वह पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं बावजूद इसके कालाढूंगी की जनता उन्हें ही अपना प्रतिनिधि चुनते हैं। यहां भाजपा के उन नारों की हकीकत भी सामने आती है जिसमें महिलाओं के सम्मान और धर्म को लेकर बड़ी-बड़ी बाते की जाती हैं।