

देहरादून। आखिर में अंकिता के परिवार वालों ने मन में दबे गुस्से और क्रोध के बीच का अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान एनआईटी घाट पर भाई ने अंकिता के शरीर को मुखाग्नि दी। इससे पहले लोग और परिजन अंतिम संस्कार न कराने पर अड़े हुए थे, आज दिनभर लोगों प्रदेशभर में जगह-जगह प्रदर्शन किए। इस दौरान बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे जाम लग गया और जाम को खुलवाने में पुलिस के पसीने छुट गए। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक में होगी। इससे पहले शव ले जाने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस रोकने की कोशिश की। एक महिला एंबुलेंस के सामने लेट गई, जिसे पुलिस ने हटाया। अंकिता के पिता ने मॉर्चुरी के बाहर जमा लोगों से अपील की, जिसके बाद भीड़ छटने लगी। वहीं इससे पहले अंकिता भंडारी के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उनका अंदेशा था कि प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल हो सकता है। इसके चलते अंकिता के भाई ने सरकार से दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग उठाई। वहीं अंकिता के पिता का कहना है कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया, उसमें सबूत हो सकते थे।






