टनकपुर (चंपावत)। निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी सड़क पर मलबे की चपेट में आने से टैलेंट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट पूर्णागिरि विहार के निदेशक की मौत हो गई। मलबे की चपेट में आने से योगेश स्कूटी सहित शारदा नदी में गिर गए। स्कूटी पर सवार दूसरे व्यक्ति की छिटकने से जान बच गई। प्राथमिक इलाज के बाद घायल को हायर सेंटर रेफर किया गया है। दोनों ही युवक मां पूर्णागिरि धाम के पुजारियों के पुत्र हैं। पोस्टमार्टम के बाद रविवार शाम योगेश का स्थानीय घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
पूर्णागिरि विहार निवासी योगेश पांडेय (35) पुत्र दुर्गादत्त पांडेय और सेलागाड़ निवासी संजय तिवारी (27) पुत्र महेश तिवारी रविवार सुबह 11.30 बजे स्कूटी से ठुलीगाड़ से चूका जा रहे थे। ठुलीगाड़ से दो किमी आगे चरण मंदिर के पास सड़क पर एकाएक बड़ी चट्टान गिर गई। मलबा गिरने से स्कूटी असंतुलित होकर सीधे शारदा नदी में गिर गई। स्कूटी चला रहे योगेश स्कूटी के साथ नदी में जा गिरे जबकि पीछे बैठे संजय तिवारी सड़क से कुछ दूरी पर छिटक अचेत हो गए।
सूचना मिलने पर पास में ही मौजूद केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) और एसएसबी के जवानों के साथ आसपास के लोगों ने राहत कार्य शुरू किया। 15 मिनट बाद ठुलीगाड़ पुलिस चौकी प्रभारी दिलवर सिंह भंडारी के नेतृत्व में पुलिस दल मौके पर पहुंचा। टनकपुर से कोतवाल चंद्रमोहन सिंह के नेतृत्व में थाने की पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। कुछ अन्य लोगों की मदद से तैराक घनश्याम भट्ट ने नदी से योगेश पांडेय को निकाला। सीएमएस डॉ. घनश्याम तिवारी ने बताया कि अस्पताल लाने से पहले ही योगेश ने दम तोड़ दिया था।
घायल संजय तिवारी को एंबुलेंस से टनकपुर उप जिला अस्पताल ले जाया गया। ईएमओ डॉ. मो. उमर ने बताया कि घायल संजय तिवारी के सिर में काफी चोटें हैं। प्राथमिक इलाज के बाद घायल युवक को हायर सेंटर रेफर किया गया लेकिन परिजन संजय को खटीमा के एक निजी अस्पताल ले गए जहां उनकी हालत में सुधार है। योगेश की पत्नी समेत दो साल की बेटी, माता-पिता और छह बहनेें शोकाकुल हैं। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।