

टनकपुर! रोडवेज के मृतक आश्रितों को परिवहन निगम में स्थाई नियुक्ति दिए जाने की अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर उत्तराखंड रोडवेज मृतक आश्रित संगठन ने श्री पूर्णागिरी तहसील टनकपुर के तहसील गेट पर बैठकर अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत गुरुवार 22 दिसंबर 2022 से कर दी थी। तहसील गेट पर बने धरना स्थल पर आज मंगलवार को भी धरने के तेरहवें दिन संगठन के पदाधिकारी अध्यक्ष गौरव शर्मा के नेतृत्व में दोपहर 12:00 बजे तक धरने पर बैठे रहे। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय टनकपुर में होने के बावजूद शासन स्तर से आज भी कोई आला अधिकारी कैम्प कार्यालय से मृतक आश्रितो की सुध लेने धरना स्थल पर नही पहुँचा। जिसकी संगठन घोर निंदा करता है,धरना समाप्त होने के बाद संगठन अध्यक्ष गौरव शर्मा ने मीडिया को बताया कि संगठन ने धामी सरकार को दो टूक चेतावनी दे दी है,अगर धामी सरकार ऐसे ही रोडवेज मृतक आश्रितों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करती रही तो संगठन आगामी आने वाले समय में नगर निकाय चुनाव एवं लोकसभा चुनाव का भी पूर्ण बहिष्कार करेगा। संगठन की उत्तराखंड सरकार से केवल एक ही मांग है, रोडवेज के समस्त मृतक आश्रितों को जल्द ही सन 1974 की मृतक आश्रित नियमावली के अनुसार परिवहन निगम में स्थाई नियुक्ति दी जाए। रोडवेज में स्थाई नियुक्ति मिल जाने से आर्थिक तंगी झेल रहे रोडवेज मृतक आश्रितो के परिवारजनो के माली हालात भी ठीक हो जाएंगे। आगे अध्यक्ष गौरव ने बताया आज अनिश्चितकालीन धरने को शुरू किए गए तेरह दिन बीत गए हैं। लेकिन अब संगठन में गुटबाजी की झलक साफ देखने को मिल रही है। संगठन की कोषाध्यक्ष नीलम सिंह के लगातार तीन दिनों से धरना स्थल पर अनुपस्थित रहने से संगठन को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। संगठन अध्यक्ष गौरव शर्मा ने मीडिया को बताया कि इस बार का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन संगठन की कोषाध्यक्ष नीलम सिंह के कहने पर ही शुरू किया गया था। लेकिन कोषाध्यक्ष नीलम सिंह स्वयं ही संगठन को मझधार में छोड़ कर चली गई है,और तीन दिनों से धरना स्थल नहीं पहुंची है, जिसकी संगठन घोर निंदा करता है। आज धरने पर बैठने वालों में अध्यक्ष गौरव शर्मा,संगठन महामंत्री अंजू पाल एवं रोडवेज मृतक आश्रित शांति देवी मौजूद रही।






