मार्च माह में होली के बाद शुरू हुए सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम टनकपुर में लगे मेले में हजारों श्रद्धालु मां पूर्णागिरी के दर्शन को पहुंच रहे हैं। जिसमें उत्तराखंड के अलावा अलग-अलग राज्यों के साथ नेपाल से भी काफी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन को पहुंचते हैं। लगातार श्रद्धालुओं की आवाजाही देख उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने 12 महीने मेले चलने की घोषणा भी कर दी है। मां पूर्णागिरि धाम में माता के चरणों में माथा टेककर भक्त नेपाल में स्थित सिद्ध बाबा के दर्शन को भी पहुंचते हैं। मान्यता के अनुसार मां पूर्णागिरि के दर्शन करने के बाद सिद्ध बाबा के दर्शन भी अवश्य करने होते हैं अन्यथा यात्रा को अधूरा माना जाता है। वहीं मेले के दौरान नेपाल देश के ब्रह्मदेव मंडी में सिद्ध बाबा के दर्शन हेतु भक्तों का रेला चल रहा है। शारदा बैराज तक टुकटुक या वाहनों से पहुंचने के बाद यात्री पुल पार करके 1 किलोमीटर पैदल यात्रा कर ब्रह्मदेव सिद्ध बाबा पहुंच रहा है। जहां इन दिनों ब्रह्मदेव में रौनक बनी हुई है। श्रद्धालु सिद्ध बाबा के दर्शन करने के बाद नेपाल में चाइना ,नेपाल , भारत में बने वस्तु को भी खरीद रहे हैं जिससे ब्रह्मदेव के बाजार में काफी चहल-पहल बनी हुई है। नेपाल जाने वाले रास्ते में टुकटुक व दुकानदारों की भी काफी अच्छी खासी बिक्री हो रही है। साथ ही यात्री मां पूर्णागिरि दर्शन यात्रा के बाद सिद्ध बाबा दर्शन के दौरान काफी थक जाते हैं। इस कारण उन्हें अप्रैल ,मई,जून के गर्मी भरे माह में 1 किलोमीटर की दूरी भी काफी लंबी दिखाई पड़ती है ।उनके साथ उनके छोटे बच्चे वह बुजुर्ग होने के कारण यात्रा मे थकान हाथ पैरों में दर्द के कारण धीमी पड़ जाती है। जिस कारण राह चलने वाले दुपहिया वाहनों व अन्य वाहनों को अपने बच्चों को बिठाने के लिए रोक रहे हैं। मगर श्रद्धालु जैसे तैसे अपनी यात्रा पूर्ण कर लेते हैं। मां पूर्णागिरि धाम के बाद सिद्ध बाबा नेपाल के ब्रह्मदेव मंडी में वह बनबसा महेंद्र नगर में काफी चहल-पहल बनी हुई है। टनकपुर टाईम्स से संवाददाता पुष्कर सिंह की यह रिपोर्ट।