

टनकपुर। टनकपुर में दो युवकों की मौत से आक्रोशित धरने पर बैठे ग्रामीणों ने धरना खत्म कर दिया है। उपजिलाधिकारी के धरना स्थल पर पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन खत्म कर जाम खोलने का फैसला किया।
मालूम हो कि शनिवार की सुबह एक टैक्सी वाहन की चपेट में आने से 2 युवकों की मौत से ग्रामीण आक्रोशित थे, जिसके चलते रविवार को सुबह करीब 10:00 बजे टनकपुर के बोरागोठ और नायकगोठ के ग्रामीण पूर्णागिरि मार्ग पर ककराली गेट के समीप सड़क पर धरने पर बैठ गए थे।ग्रामीणों के धरने के चलते सड़क के दोनों ओर बहुत लंबा जाम लग गया था। धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा मेले में संचालित टैक्सियों पर कोई नियंत्रण नही किया जा रहा है,जिसके चलते टैक्सी चालक अनियंत्रित होकर चल रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन शीघ्र ही टैक्सियों के संचालन पर अंकुश लगाए,साथ ही वाहनों में स्पीड गवर्नर,चालको के लाइसेंस व नशे की स्थिति की भी जांच की जाए।
धरने पर बैठे ग्रामीणों को पुलिस विभाग की ओर से एसएसआई एसएस कोरंगा के नेतृत्व में गई एक टीम ने समझाने का प्रयास किया परंतु ग्रामीणों ने सड़क पर बैठकर धरना करने की जिद नहीं छोड़ी। इसके बाद मौके पर ग्रामीणों से बात करने के लिए पहुंची नायब तहसीलदार भी ग्रामीणों को मनाने में विफल रही।
इसके बाद उपजिलाधिकारी/मेला मजिस्ट्रेट हिमांशु कफल्टिया ने मौके पर जाकर ग्रामीणों से बात की।उपजिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के भीतर मृतकों को नियमानुसार अधिक से अधिक मुआवजा दे दिया जाएगा,साथ ही उपजिलाधिकारी ने टैक्सियों के संचालन को नियंत्रित करने व नियमित जांच करने का भी आश्वासन दिया।उपजिलाधिकारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना खोलने का फैसला किया।ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने अब भी उचित कार्यवाही नही की तो वे पुनः धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।
इस मौके पर सीओ अविनाश वर्मा, कोतवाल हरपाल सिंह, कुलदीप,राहुल कुमार, विकास बहादुर,विनय धामी,विशाल नेगी,चंदन सिंह, योगेश पांडेय,गिरीश कुमार,लक्ष्मी,संगीता,तारा देवी,रवीना,पुष्पा व बड़ी संख्या में अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।






