टनकपुर। भारत के विरोध को दरकिनार करते हुए नेपाली नागरिकों ने पूर्णागिरि मेले के दौरान भारत-नेपाल सीमा के नो मेंस लैंड पर फिर अस्थायी दुकानें लगा दी हैं।भारत के विरोध के बाद भी नेपाली नागरिकों द्वारा 40 के लगभग दुकानें नो मैन्स लैंड पर लगा दी गई हैं।
इससे पहले भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाली नागरिकों को दुकानें लगाने से रोक दिया था। जिसके बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलने तक यथा स्थिति बनाए रखने पर सहमति बनी थी, लेकिन इसके बाद भी नेपाली नागरिकों ने चारपाई डालकर अस्थायी दुकानें खोल दी हैं। नेपाली नागरिकों का कहना है कि वह हर साल अस्थायी रूप से दुकानें लगाते हैं, लेकिन भारत की ओर से कभी विरोध नहीं किया गया। नो मेंस लैंड पर नेपाल की ओर से दुकानें लगाने की जानकारी स्थानीय प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को दे दी है।
माना जा रहा है कि नेपाल पुलिस व एपीएफ ने अपने नागरिकों को दुकानें लगाने से रोकने के बजाए उन्हें इसके लिए उकसाया। गुरुवार को इस मामले को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों देशों के अधिकारी की बैठक में यह तय किया गया था कि उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा, लेकिन अधिकारियों के आदेश का इंतजार किए बगैर नेपाली नागरिकों ने अस्थायी दुकानें लगा दी हैं। दुकान लगाने वालों में अधिकांश नेपाली महिलाएं हैं। नेपाली नागरिकों का कहना है कि पूर्णागिरि मेला समाप्त होते ही वे अपनी दुकानें हटा लेंगे।