
आज 25 अक्टूबर को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहे हैं। ऐसे में सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले से ही शुरू हो जाएगा। दीपावली इस बार 25 अक्टूबर की जगह छोटी और बड़ी दिवाली 24 अक्टूबर के दिन ही मनाई गई है।यह सूर्य ग्रहण भारत के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में बेहतर ढंग से देखा जा सकेगा यानी इसे नई दिल्ली, बेंगलुरू, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वराणसी और मथुरा से देखा जा सकता। आज कब है सूर्य ग्रहण का समय -ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी के एक ही सीध में आने से ग्रहण लगता है।इससे पहले सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को लगा था और 25 अक्टूबर को यह साल का दूसरा ग्रहण है। धार्मिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण का विशेष महत्व है ।वहीं अगर किसी खास मौके पर यह ग्रहण लगता है तो इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। 25 अक्टूबर को लगने वाला ग्रहण दोपहर 2:29 पर आइसलैंड से शुरू होगा जो शाम के 6:20 पर अरब सागर पर खत्म होगा। ➡️भारत में यह ग्रहण शाम के 4 बजे लगभग शुरू होगा और 6:09 पर समाप्त होगा। धार्मिक शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटा पहले से शुरू हो जाता है। यानी सूतक काल 25 अक्टूबर सुबह 4:00 बजे शुरू हो जाएगा और गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा भैयादूज 27 अक्टूबर को बनाया जाएगा।सूतक काल के दौरान दान और जाप आदि का विशेष महत्व है। ग्रहण के बाद सरोवर या पवित्र नदी में नहाना आवश्यक है। ग्रहण के समय मंत्रो की सिद्धि भी की जाती है । ग्रहण के दौरान बाहर निकलने से बचें जितना संभव हो भगवान का स्मरण और जाप करें ।इस दौरान किसी प्रकार का शुभ और मांगलिक कार्य ना करें। मंदिर के कपाट बंद रखें और भगवान का नाम मन ही मन जपते रहे। अपनी राशि के अनुसार दान की जाने वाली वस्तुएं इकट्ठा करें और ग्रहण के बाद दान कर दें। भगवान का जाप करें।।



