नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘निपुण’ समेत स्वदेशी हथियार सौंपे। इन हथियारों में नई एंटी-कार्मिक खदान निपुण और फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सोल्जर (एफ-इंसास) शामिल हैं। दोनों प्रणालियों का निर्माण भारतीय फर्मों द्वारा स्वदेशी रूप से किया गया है। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह भी मौजूद थे। समारोह में सेना के एफ-इंसास सैनिक ने राजनाथ सिंह को उनकी नई हथियार प्रणालियों और एके-203 असॉल्ट राइफल सहित सहायता के बारे में जानकारी दी। एके-203 असॉल्ट राइफलों का निर्माण अमेठी में भारतीय और रूसी संस्थाओं के बीच एक संयुक्त उद्यम में करने की योजना है। भारतीय सेना के फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सोल्जर एज़ ए सिस्टम (F-INSAS) सैनिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उनकी नई हथियार प्रणालियों और AK-203 असॉल्ट राइफल सहित सहायता के बारे में जानकारी दी। लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि मैं सेना प्रमुख की ओर से आश्वासन देता हूं कि भारतीय सेना किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है चाहे वह पश्चिमी रेगिस्तान हो या लद्दाख सेक्टर में ऊंचाई वाले स्थान। लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, इंजीनियर-इन-चीफ ने कहा कि सशस्त्र बलों के लिए हथियार प्रणालियों के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए भारत सरकार द्वारा लिए गए विभिन्न नीतिगत निर्णय। इस दिशा में सेना द्वारा शामिल किए गए कई नए उपकरण जिनमें खदानें, व्यक्तिगत हथियार और पैदल सेना के लड़ाकू वाहन शामिल हैं।