चंपावत-2 सप्ताह पूर्व सुखीढांग ,धूरा के गजार गांव में एक महिला को गुलदार ने मौत के घाट उतार दिया था। वन विभाग द्वारा घटनास्थल पर जगह जगह 11 कैमरे लगाए गए मगर इन कैमरों में गुलदार की मौजूदगी नहीं दिखी । उक्त स्थानों में गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए हैं मगर अब तक गुलदार पकड़ में नहीं आया है। वन विभाग के बूम रेंजर गुलजार हुसैन ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा लगातार गुलदार पर निगरानी रखी जा रही है ।घटनास्थल पर पटाखे व हांका भी लगाया जा रहा है और घटनास्थल के आसपास कुल 11 कैमरे लगाए गए हैं मगर इन कैमरे में गुलदार की मौजूदगी नहीं दिखी तथा वन विभाग द्वारा गुलदार को अमरू बैंड टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग के पास चहलकदमी करते देखा गया है जिस कारण अमरू बैंड में भी तीन कैमरे लगा दिए गए हैं । और वन विभाग की टीम लगातार गुलदार पर निगरानी बनाए हुए हैं । तथा मिली जानकारी के अनुसार सुखीढांग के ग्रामीणों व शंकर जोशी द्वारा बताया गया कि गुलदार गजार स्थान को छोड़ चौडाकोट की धार मैं देखा जा रहा है। तथा बुधवार की दोपहर धूरा के पास जंगल में नवीन सिंह को दिखा गुलदार।शाम सात बजे चौडाकोट शंकर चौडाकोटी को गोशाला के पास दिखाई दिया और रात भर चौड़ाकोट गांव की पहाड़ियों में टहलते हुए पूर्व वन सरपंच स्वरूप राम को दिखायी दिया। शनिवार की शाम सात बजे राष्ट्रीय राजमार्ग मे लीसा डिपो के मोड़ पर आराम फरमाते हुए दिखा। ग्रामीणों ने बताया वन विभाग कर्मचारियों द्वारा हाका लगाकर गुलदार को भगाया जा रहा है स्कूलों में बच्चों के आवागमन मैं परिजनों को भय भी लग रहा है । ग्रामीणों ने सुखीढांग लीसा डिपो से अमरूबैण्ड के बीच एक पिंजरा लगाने की भी बात कही है । रात दिन बूम वन राजि के कर्मचारी गस्त भी कर रहे है । डिप्टी रेंजर पी डी भट्ट ने बताया कि दिन भर जंगलों में काम्बिंग कर रात को टपकती छत रिसती दीवारों वाले स्कूल में रतजगा कर रहे हैं।